तलाश / The search
हमारी ज़िन्दगी भर की तलाश कुछ लम्हे प्रेम के कुछ प्रेम भरी निगाहों के और कुछ प्रेम भरे स्पर्श के लेकिन हमारा प्यास है अनंत जिसका कोई आदि न आंत वह प्यास ऐसी, किकिसीके प्यार भरे बोल निगाहों या स्पर्श से न मिटने वाली दर दर भीख मांगने से भी न मिटने वाली प्यास है यह पर जहा पल दो पल मन ठहरा वही मेरी मुलाक़ात हुई अपने भीतर ही प्रेम के विशाल सागर का जिसकी लहरों पे तैर रही हूँ मैं जैसे ही साहस बांध के डूबकी लगाई वैसे ही पाया मैं ही तो हूँ वह अथाह सागर मैं ही तो हूँ जिसकी मुझे है तलाश उस एक पलने बना दिया दीन से रानी मुझे बस मैं देती जाऊं, देती जाऊं ,और देती जाऊं क्योकि यह न ख़तम होने वाला प्रेम रूपी पानी मेरी ज़िन्दगी भर की तलाश की कर देती है सम्पाप्ति और देती है है मुझे परिपूर्ण तृप्ति ================================================================= We keep searching for that elixir called love in some quiet moments with someone or in someone's eyes or in someone's...